Thursday 23 November 2017

मध्य प्रदेश (भूगोल ) एक नजर में


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मध्य प्रदेश (भूगोल ) एक नजर में


मध्य प्रदेश के महत्वपूर्ण तथ्य

राज्यपालराम नरेश यादव
मुख्यमंत्रीशिवराज सिंह
आधिकारिक वेबसाइटwww.mp.nic.in
स्थापना का दिन1 नवंबर 1956
क्षेत्रफल308,244 वर्ग किमी
घनत्व236 प्रति वर्ग किमी
जनसंख्या (2011)72,626,809
पुरुषों की जनसंख्या (2011)37,612,306
महिलाओं की जनसंख्या (2011)35,014,503
जिले51
राजधानीभोपाल
नदियाँनर्मदा, ताप्ती, बेतवा, सोन, चंबल
वन एवं राष्ट्रीय उद्यानबांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान, कान्हा राष्ट्रीय उद्यान, पेंच राष्ट्रीय उद्यान, इन्द्रावती टाइगर रिजर्व
भाषाएँपंजाबी, मालवी, निमाड़ी, पंजाबी, भिलोड़ी, गोंडी, कोरकू, कालतो, निहाली
पड़ोसी राज्यमहाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़
राजकीय पशुदलदली हिरण
राजकीय पक्षी दूधराज
राजकीय वृक्षबरगद
नेट राज्य घरेलू उत्पाद (2011)32222
साक्षरता दर (2011)82.91%
1000 पुरुषों पर महिलायें930
विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र230
संसदीय निर्वाचन क्षेत्र29


देश के मध्य भाग में स्थित मध्य प्रदेश, उत्तर पश्चिम में राजस्थान से, उत्तर में उत्तर प्रदेश से, पूर्व में छत्तीसगढ़ से, दक्षिण में महाराष्ट्र से और पश्चिम में गुजरात से घिरा है। नवंबर 2000 में छत्तीसगढ़ के अलग राज्य बनने से पहले तक मध्य प्रदेश को देश के सबसे बड़े राज्य होने का गौरव प्राप्त था।

मध्य प्रदेश की टोपोग्राफी मिश्रित है और इसमें मैदानी क्षेत्र और पहाड़ दोनों शामिल हैं। इस राज्य में तीन प्रमुख मौसम होते हैं नवंबर से फरवरी तक सर्दी, मार्च से मई तक गर्मी और जून से सितंबर तक मानसून। सर्दियों के दौरान औसत तापमान 10 डिग्री से 27 डिग्री सेल्सियस रहता है। गर्मियों में तापमान बहुत ज्यादा रहता है, जिसमें औसत 29 डिग्री और अधिकतम 48 डिग्री तक पहुंच जाता है। मानसून के मौसम में औसतन तापमान 19 से 30 डिग्री सेल्सियस रहता है। मध्य प्रदेश में बारिश का सालाना औसत 1200 मिमी. है, जिसमें से 90 प्रतिशत वर्षा मानसून में होती है। राज्य की राजधानी भोपाल है।


मध्य प्रदेश का इतिहास


मध्य प्रदेश का इतिहास महान मौर्य राजा अशोक के समय तक का है। मध्य भारत का ज्यादातर हिस्सा 300-500 ईस्वी तक गुप्त साम्राज्य का हिस्सा था। सातवीं सदी के पहले भाग में यह राज्य प्रसिद्ध शासक हर्ष की रियासत का भाग था। दसवीं सदी का दौर असमंजस का था। 11वीं सदी की शुरुआत में मुसलमानों का मध्य भारत में आगमन हुआ, इसमें महमूद गजनी पहला था और मोहम्मद गोरी दूसरा था, जिसके पास दिल्ली की सल्तनत का इलाका था। मराठाओं के उद्भव के साथ यह मुगल साम्राज्य का हिस्सा बन गया। सन् 1794 में माधोजी सिंधिया की मौत तक मराठाओं ने मध्य भारत पर वर्चस्व स्थापित रखा लेकिन उसके बाद स्वतंत्र और छोटे राज्य अस्तित्व में आए। बंटे हुए छोटे राज्यों की वजह से अंग्रेजों को अपना राज कायम करने मेें आसानी हुई। इस क्षेत्र की कुछ महान महिला शासकों, जैसे इंदौर की रानी अहिल्याबाई होल्कर, गोंड की रानी कमला देवी और रानी दुर्गावती ने इतिहास में अपने लिए एक जगह बनाई है।

जब सन् 1947 में भारत आजाद हुआ ब्रिटिश भारत का मध्य प्रांत और बरार से मध्य प्रदेश का गठन हुआ। सीमा परिवर्तन होते रहे और आखिरकार मध्य प्रदेश से निकलकर छत्तीसगढ़ का निर्माण हुआ।

आबादी


मध्य प्रदेश भारत के दिल में स्थित है। ‘एमपी’ के नाम से पहचाने जाने वाले इस राज्य का क्षेत्र 3,08,244 वर्ग किमी. में फैला है, जिससे यह भारत का दूसरा सबसे बड़ा राज्य बनता है। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल है। इंदौर यहां का सबसे बड़ा शहर है, जबकि जबलपुर राज्य का सबसे महत्वपूर्ण व्यवसायिक केंद्र है। आबादी के मान से मध्य प्रदेश भारत का छठा सबसे बड़ा राज्य है। यह राज्य अपनी सीमाएं उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, गुजरात और राजस्थान जैसे राज्यों से साझा करता है।

भूगोल


राज्य के भूगोल में मुख्य रुप से धरती पर इसकी स्थिति, क्षेत्र एवं क्षेत्र वार भाग, नदियां, मौसम, मिट्टी, फसलें, टोपोग्राफी और जीव, वनस्पति शामिल हैं। 22.42 डिग्री उत्तर और 72.54 डिग्री पूर्व की भौगोलिक स्थिति के साथ मध्य प्रदेश मध्य भारत में आता है। मध्य प्रदेश उत्तरपश्चिम में राजस्थान से, उत्तर में उत्तर प्रदेश से, पूर्व में छत्तीसगढ़ से, दक्षिण में महाराष्ट्र से और पश्चिम में गुजरात से अपनी सीमाएं बांटता है।

शिक्षा


मध्य प्रदेश की शिक्षा प्रणाली बहुत विकसित है। मध्य प्रदेश की पूरी स्कूली शिक्षा तीन स्तरों पर बंटी है- प्राथमिक, माध्यमिक और उच्चतर। मध्य प्रदेश में पाॅलिटेक्निक, औद्योगिक, कला और शिल्प, संगीत आदि के भी स्कूल हैं। इसके अलावा 12 स्टेट यूनिवर्सिटी हैं। इस लिए ही राज्य की एक-तिहाई आबादी शिक्षित है। उज्जैन और सागर में स्थित स्कूल सबसे पुराने हैं और शिक्षा की गुणवत्ता के कारण पूरे पश्चिमी क्षेत्र में सबसे अच्छे हैं। हाल ही में मध्य प्रदेश की शिक्षा प्रणाली में विभिन्न कार्यशाला और प्रशिक्षण सत्र शुरु किए गए ताकि स्कूल छोड़ चुके लोगों को फिर से शिक्षा की ओर लाया जा सके।

भाषाएं


क्योंकि मध्य प्रदेश को भारत का दिल कहा जाता है, यह स्वाभाविक है कि मध्य प्रदेश की सभी प्रचलित बोलियां हिंदी में होंगी। उत्तर भारत और मध्य भारत में रहने वाले ज्यादातर लोग हिंदी भाषा का इस्तेमाल करते हैं। हिंदी को भारत सरकार द्वारा आधिकारिक भाषा का भी दर्जा मिला हुआ है। हिंदी में फारसी-अरबी लिपी के साथ देवनागरी लिपी का मिश्रण है। भारत के अलावा हिंदी पाकिस्तान, नेपाल और फिजी में बोली जाती है।

अर्थव्यवस्था और बुनियादी ढांचा


मध्य प्रदेश की अर्थव्यवस्था का आधार कृषि है। आधे से ज्यादा भूमि क्षेत्र कृषि क्षेत्र हैं, हालांकि इसका वितरण टोपोग्राफी, वर्षा और मिट्टी के कारण काफी असमान है। मुख्य कृषि योग्य क्षेत्र चंबल घाटी, रीवा पठार और छत्तीसगढ़ के मैदानी क्षेत्र में पाया जाता है। नदी जनित जलोड़ मिट्टी वाली नर्मदा घाटी एक और उपजाउ क्षेत्र है। यहां की सबसे खास फसलें चावल, गेंहू, ज्वार, मक्का, दालें और मूंगफली हैं। चावल मुख्यतः पूर्व में उगाया जाता है जबकि पश्चिम में गेंहू और ज्वार प्रमुख हैं। यह राज्य भारत का सबसे बड़ा सोयाबीन उत्पादक है। अन्य फसलों मेेें अलसी, तिल, गन्ना और कपास और पहाड़ी क्षेत्र में उगने वाले अवर, बाजरा शामिल हैं। राज्य सबसे बड़ा अफीम उत्पादक भी है जो पश्चिम के मंदसौर जिले और ‘मारिजुआना’ खंडवा के दक्षिण पश्चिम जिले में उगती है।

समाज और संस्कृति


मध्य प्रदेश में चार कृषि जलवायु क्षेत्र हैं, इसलिए लोगों और उनकी जीवन शैली का दिलचस्प मिश्रण है। यहां भारत की 40 प्रतिशत आदिवासी आबादी रहती है। राज्य में तीन अलग अलग आदिवासी समूह हैं।

सबसे बड़ा हिस्सा गोंड का है जो एक समय में राज्य के बड़े हिस्से पर राज करते थे, जिनके नाम पर ही राज्य के मध्य क्षेत्र का नाम गोंडवाना पड़ा। पश्चिमी मध्य प्रदेश योद्धा, शिकारी और रंगीन भीलों से बसा है। पूर्वी मध्य प्रदेश में ओराओं का दबदबा है, जिनमें से ज्यादातर ने ईसाई धर्म अपना लिया है। हिंदी यहां सबसे अधिक बोली जाती है और मराठी भी अच्छी खासी संख्या में लोग बोलते हैं। उर्दू, उड़ीया, गुजराती और पंजाबी बोलने वाले लोग भी ठीकठाक संख्या में हैं। भील लोग भीली और गोंड लोग गोंड बोलते हैं।

गोंड, भील और बंजारों के विभिन्न जीवंत आदिवासी नृत्य जैसे फग, लोटा आदि लट्ठा नृत्य हंै। टेक्सटाईल तो महत्वपूर्ण है ही पर मध्य प्रदेश में एक मजबूत पारंपरिक हस्तकला उद्योग भी है। हेंडलूम चंदेरी और महेश्वर सिल्क की मांग अक्सर रहती है। आदिवासी लोग आकर्षक हस्तशिल्प बनाते हैं। राज्य के उत्तर में छतरपुर जिले में खजुराहो दुनिया भर में कामुक कला के लिए जाना जाता है। चंदेला राजाओं ने इन्हें लगभग 1,000 ई में बनवाया था। ग्वालियर और उसके आसपास के मंदिर भी उल्लेखनीय हैं।

सरकार और राजनीति


मध्य प्रदेश राज्य 51 जिलों से मिलकर बना है। क्षेत्र के हिसाब से यह राजस्थान के बाद सबसे बड़ा राज्य है। मध्य प्रदेश की सरकार कार्यकारी, विधायी और न्यायपालिका से मिलकर बनी है। राज्य की कार्यकारी शाखा का प्रमुख राज्यपाल है। अन्य राज्यों की तरह राज्य का प्रमुख राज्यपाल है। राज्यपाल को राष्ट्रपति द्वारा केंद्र सरकार से परामर्श के बाद नामित किया जाता है। राज्यपाल का पद ज्यादातर औपचारिक ही होता है।

परिवहन


मध्य प्रदेश के ज्यादातर इलाके में बस और रेल सेवा उपलब्ध है। सड़क नेटवर्क कई राजमार्गों से जुड़ा है जो इसे भारत के अन्य राज्यों से जोड़ते हैं। भारतीय रेलवे के पश्चिमी मध्य रेलवे जोन का मुख्यालय जबलपुर है। यहां चार अंतरराज्यीय बस टर्मिनल हैं जो कि इंदौर, भोपाल, ग्वालियर और जबलपुर में हंै। इन शहरों में रोज लगभग 2000 बसें चलती हैं। मध्य प्रदेश का व्यस्ततम हवाईअड्डा इंदौर में है। राज्य के अन्य हवाईअड्डों में जबलपुर एयरपोर्ट, ग्वालियर एयरपोर्ट, भोपाल का राजाभोज एयरपोर्ट और खजुराहो हवाईअड्डा शामिल हैं।

मध्य प्रदेश में पर्यटन


मध्य प्रदेश राज्य सचमुच भारत का दिल है। राज्य का पर्यटन भारत के इस जादुई और रहस्यमय केंद्र की यात्रा है। मध्य प्रदेश पर्यटन कई स्मारकों, शानदार नक्काशीदार मंदिरों, किलों और महलों पर प्रकाश डालता है जो मध्य प्रदेश का बिंदु हैं। पर्यटन आपके सामने राज्य की अद्भुत प्राकृतिक सुंदरता को सामने लाता है। इस राज्य की टोपोग्राफी मुख्य तौर पर पठार हैं और पठार खूबसूरत पहाड़ों, झरनों, नदियों और मीलों तक फैले जंगलों के बीच स्थित हैं।

वन्यजीव अभयारण्य और राष्ट्रीय पार्क


मध्य प्रदेश के वन्यजीव पर्यटन में जानवरों के लिए आरक्षित वन, वन्यजीव अभयारण्य शामिल हैं, जो कि मध्य प्रदेश में बहुत पाए जाते हैं। पर्यटकों के लिए वन्यजीव पर्यटन वास्तव में खुश करने वाली गतिविधि है क्योंकि यह राज्य के वन्यजीव संसाधन से परिचित कराता है। मध्य प्रदेश के वन्यजीव पर्यटन में राष्ट्रीय पार्कों की छोटी सैर शामिल है जिससे जानवरों के प्राकृतिक निवास की जानकारी मिल सके। प्राकृतिक जंगलों से भिन्न ये आरक्षित जंगल मानव द्वारा बनाए गए हैं। लेकिन ये पर्यटकों को असली जंगल का अहसास कराते हैं।

मध्य प्रदेश के होटल


मध्य प्रदेश भारत का एक प्रमुख पर्यटन केंद्र है। इस राज्य में कई होटल हैं जिनमें हैरिटेज से लेकर बजट होटल शामिल हैं। मध्य प्रदेश के होटलों में दी जाने वाली विश्वस्तरीय सुविधाओं की तुलना आप देश में किसी भी श्रेष्ठ होटल से कर सकते हैं।

त्यौहार


भारत की सांस्कृतिक विविधता के चलते यहां के कई राज्यों में कई मेले और त्यौहार मनाए जाते हैं। मध्य प्रदेश भी इससे अलग नहीं है। इसके

मेले और त्यौहार बहुत लोकप्रिय हैं और ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों का सही मायनों में पारंपरिक मूल्य दिखाते हैं। यह मेले और त्यौहार किसी खास समुदाय तक ही सीमित नहीं है बल्कि सभी समुदायों द्वारा मनाए जाते हैं। मध्य प्रदेश के मेले और त्यौहार जो हजारों की संख्या में लोगों को आकर्षित करते हैं, आपको आदिवासी परंपराओं और रस्मों का साक्षी होने का मौका देते हैं।

क्र.सं.जिला का नामजिला मुख्यालयजनसंख्या (2011)विकास दरलिंग अनुपातसाक्षरताक्षेत्र (वर्ग किमी)घनत्व (/ वर्ग किमी)
1आगरआगर******
2अलिराजपुरअलीराजपुर72899919.45%101136.13182229
3अनूपपुरअनूपपुर74923712.30%97667.883747200
4अशोक नगरअशोक नगर84507122.66%90466.424674181
5बालाघाटबालाघाट170169813.60%102177.099229184
6बड़वानीबड़वानी138588127.57%98249.085432256
7बेतूलबैतूल157536212.92%97168.910043157
8भींडभिंड170300519.21%83775.264459382
9भोपालभोपाल237106128.62%91880.372772854
10बुरहानपुरबुरहानपुर75784719.37%95164.363427221
11छतरपुरछतरपुर176237519.51%88363.748687203
12छिंदवाड़ा छिंदवाड़ा209092213.07%96471.1611815177
13दमोहदमोह126421916.63%91069.737306173
14दतियादतिया78675418.46%87372.632694292
15देवासदेवास156371519.53%94269.357020223
16धारधार218579325.60%964598153268
17डिंडोरीडिंडोरी70452421.32%100263.9742794
18गुनागुना131006121.50%94366.396485194
19ग्वालियरग्वालियर124151926.97%91263.235465445
20हरदाहरदा203203624.50%86476.653339171
21होशंगाबादहोशंगाबाद57046520.25%93572.56698185
22इंदौरइंदौर124135014.49%91475.293898839
23जबलपुरजबलपुर327669732.88%92880.875210472
24झाबुआझाबुआ246328914.51%92981.076782285
25कटनीकटनी102504830.70%99043.34947261
26खंडवा (पूर्व निमाड़)खंडवा129204221.41%95271.987349178
27खरगोन (पश्चिम निमाड़)खरगोन105490517.97%100866.878010233
28मांडलामंडला134041113.24%96371.785805182
29मंदसौर मंदसौर196597023.44%84071.035530242
30मुरैनामुरैना109185414.01%92075.694991394
31नरसिंहपुरनरसिंहपुर82606713.77%95470.85133213
32नीमचनीमच101652018.67%90564.794267194
33पन्नापन्ना133159718.35%90172.987135142
34रायसेनरायसेन154581423.26%95661.218466157
35राजगढ़राजगढ़145506919.72%97166.786143251
36रतलामरतलाम236510619.86%93171.624861299
37रीवारीवा237845817.63%89376.466314374
38सागरसागर222893519.19%92672.2610252272
39सतनासतना131133221.54%91870.067502297
40सिहोरसीहोर137913118.22%98272.126578199
41सिवनीसिवनी106606317.39%97466.678758157
42शहडोलशहडोल151268117.20%93869.096205172
43शाजापुरशाजापुर68786122.94%90157.436196244
44श्योपुरश्योपुर172605022.76%87762.556585104
45शिवपुरीशिवपुरी112703323.72%95764.4310290168
46सीधीसीधी117827328.05%92060.4110520232
47सिंगरोलीसिंगरौली144516620.13%90161.435672208
48टीकमगढ़टीकमगढ़198686416.12%95572.345055286
49उज्जैनउज्जैन64475824.96%95065.896091356
50उमरियाउमरिया145887520.09%89670.534062158
51विदिशाविदिशा187304622.85%96562.77362198

 

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